गीत गुनगुना रहा हूँ मैं
सुन लो ज़रा....
दिन कितना सुहाना आज ये
देखो तो ज़रा...
सुनहरी धूप ये खुला आसमां
चमकती खेतो पर लहलहाती बालियां
मेरे मन की आज
गज़ब सी चाल है
उछल रहा चंचल
छेड़ता पेंडुलम पर
मधुर तान है...
तुम भी झूम रहे
करतब दिखलाते
वाह पंछियों...
तुम्हारी भी क्या बात है
गीत खुशहाली का गाता हूँ मैं
छोटा बच्चा तन से
मन का राजा हूँ मैं
गीत गुनगुना रहा हूँ मैं
सुन लो ज़रा....
दिन कितना सुहाना आज ये
देखो तो ज़रा...
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