Tuesday 2 April 2013

देख लो सच की आँखों से

खुद को कभी,

अपने होने का वहम

भी दूर हो जायेगा

आईना जो गर

तुमने देख लिया,

गुमां तेरा सारा

हवा हो जायेगा

दर्द दे कर अगर किसी को

नाम तुमने कमाया,

देख लेना पल में एक दिन

धूल में वो मिल जायेगा

नफा नुकसान सोचते

जो रिश्तों में तुम,

कल वो तुम्हारे लिए

क़र्ज़ बन के रह जायेगा

ढोते रहना उम्र भर उसको

ज़ेहन में वो एक

नासूर सा बन जायेगा

मिटते नहीं कर्मो के

निशां कभी,

तुमको ही एक दिन

सब धोना पड़ जायेगा

मुश्किल जरुर सही

सच की राह मगर,

पल भर की छांव में इसकी

तुझे लम्बा

सुकून मिल जायेगा

रख भरोसा

इंसा होने पर बस तू,

तेरे दिल में भी ईश्वर का बसेरा हो जायेगा..

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